16 वर्षीय कमर गुल ने आतंकवादियों को सिखाया सबक
दुनियाभर में अपने खूंंखार आतंकवादियों के लिए कुख्यात अफगानिस्तान में एक 16 वर्षीय लड़की का इंतकाम चर्चा का विषय बन गया है। अफगानिस्तान के घोर प्रांत में रहने वाली कमर गुल ने तालिबान आतंकवादियों को ऐसा सबक सिखाया कि उनकी रूह भी कांप गई। कमर गुल अपने माता-पिता की हत्या करने वाले तालिबान आतंकवादियों के खिलाफ शेरनी बन गईं और AK-47 उठाकर तीन आतंकियों को भून डाला। उनका यह इंतकाम अब दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया है। आइए जानते हैं कमर गुल के साहस की पूरी कहानी…
40 आतंकवादियों के हमले से नहीं डरीं कमर गुल
तालिबान के साथ एक घंटे तक भीषण गोलीबारी
कमर गुल की बहादुरी को दुनिया का सलाम
राष्ट्रपति गनी ने की तारीफ, आने का न्यौता दिया
अफगानिस्तान सरकार ने कैबिनेट की मीटिंग में कमर गुल के साहस की जोरदार प्रशंसा की है। राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कमर गुल और उनके भाई को राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया है। जिले के गवर्नर मोहम्मद रफीक आलम ने कहा, ‘जब मैंने उस रात दोनों को देखा तो वे सदमे में थे लेकिन सम्मानित महसूस कर रहे थे।’ कमर गुल की हाथों में AK-47 लिए तस्वीर अब सोशल मीडिया पर जमकर शेयर की जा रही है। बता दें कि वर्ष 2001 में शुरू हुए संघर्ष में अब तक एक लाख अफगान लोग मारे जा चुके हैं।