दिल्ली में 62.59 फीसदी वोटिंग
नई दिल्ली दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटिंग के 24 घंटे बाद चुनाव आयोग ने मत प्रतिशत जारी कर दिया है। चुनाव आयोग की ओर से रविवार शाम को हुई प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि इस बार दिल्ली में 62.59 फीसदी वोटिंग हुई है। साल 2015 में विधानसभा चुनाव में 67.47 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। कुल वोटिंग में 62.55 प्रतिशत महिलाओं और 62.62 प्रतिशत पुरुषों ने वोट डाला। चुनाव आयोग ने कहा है कि हर बूथ से वोटिंग की डिटेल जुटाए जाने के बाद फाइनल आंकड़ा जारी किया गया है।
दिल्ली कैंट इलाके में सबसे कम वोटिंग
बाद में आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि शनिवार को देर शाम तक वोटिंग होती रही, जिसके चलते हर बूथ से आंकड़े जुटाने में वक्त लगा। दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 71.6 फीसदी वोटिंग हुई। दिल्ली कैंट इलाके में सबसे कम 45.4 फीसदी वोटिंग हुई। ओखला विधानसभा क्षेत्र में 58.84 और सीलमपुर में 71.22 फीसदी वोटिंग हुई।
इस वजह से पूरा डेटा आने में हुई देरी
पत्रकारों ने जब चुनाव आयोग के अफसरों से पूछा कि आखिर वोटिंग प्रतिशत जारी करने में इतनी देर क्यों हुई। इसपर दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि हर पोलिंग स्टेशन से देर रात तक डेटा आते रहे। उन सब को जोड़कर फाइनल निष्कर्ष पर पहुंचने में वक्त लगा। उन्होंने बताया कि कई पोलिंग स्टेशन पर उपलब्ध कराए गए मोबाइल फोन में भी गड़बड़ी की शिकायत आ गई थी, जिसके चलते पूरा डेटा आने में थोड़ा ज्यादा वक्त लगा।चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि 70 में से 59 विधानसभा क्षेत्र से सूचना मिल चुकी है कि वहां किसी भी बूथ पर दोबारा वोटिंग कराने की जरूरत नहीं होगी। बाकी विधानसभा क्षेत्र से जानकारी हासिल की जा रही है। चुनाव आयोग ने स्वीकार किया कि वोटिंग के दौरान जो कुछ भी घटनाएं हुईं उसे देखते हुए हमें लगता है कि पुलिस बल और तैनात होने चाहिए थे।शनिवार को हुई दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग में दो लाख 32 हजार 815 नये मतदाता जुड़े थे। इन्होंने पहली बार वोट डाला। इनमें बड़े नेताओं के बच्चे भी हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेटे पुलकित केजरीवाल, कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के बेटे रेहान राजीव वाड्रा और कांग्रेस नेता अजय माकन के बेटे ओजस्वी माकन ने भी पहली बार वोट डाला। मुख्यमंत्री कौन बनेगा, पूछने पर पुलकित केजरीवाल ने कहा कि जिसे जनता चुनेगी वही मुख्यमंत्री बनेगा। वहीं रेहान राजीव वाड्रा ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेना उन्हें काफी अच्छा लगा। सभी को अपने मत का प्रयोग करना चाहिए।