बीजेपी नेता एकनाथ खडसे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल
मुंबईभारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा देने वाले महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे शुक्रवार को एनसीपी में शामिल हो गए। एनसीपी में शामिल होने के बाद खडसे ने आरोप लगाया कि केंद्र की सरकार ने उन्हें ईडी का डर दिखाते हुए धमकी दी। खडसे ने कहा कि अगर इन लोगों ने मेरे पीछे ईडी लगाई तो मैं इनकी सीडी जारी कर दूंगा। हालांकि खडसे ने यह नहीं बताया कि वह किसकी और कौन सी सीडी के बारे में बात कर रहे हैं।महाराष्ट्र बीजेपी के पूर्व नेता एकनाथ खडसे की बेटी और जलगांव जिला बैंक के अध्यक्ष रोहिणी खडसे भी इस मौके पर बीजेपी को छोड़कर एनसीपी में शामिल हो गईं। एनसीपी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में पार्टी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने एनसीपी का दुपट्टा पहनाकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर एनसीपी के कई बड़े नेता और उत्तर महाराष्ट्र के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे।
एनसीपी ने कहा- पार्टी को मिलेगी मजबूती
एनसीपी नेताओं ने खडसे का पार्टी में स्वागत करते हुए उम्मीद व्यक्त की कि उनके आने से पार्टी को और ज्यादा मजबूती तथा सफलता मिलेगी। एकनाथ खडसे ने भी एनसीपी को यह भरोसा दिलाया कि जितनी मेहनत उन्होंने बीजेपी के लिए की थी, उससे ज्यादा मेहनत वह एनसीपी के लिए करेंगे और पूरी ईमानदारी से एनसीपी की ताकत बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
खडसे पूर्व मंत्री एवं राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष रह चुके हैं. उन्होंने 2016 में तत्कालीन देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद में पद से इस्तीफा दे दिया था और तबसे ही नाराज चल रहे थे. ऐसा माना जाता है कि जलगांव जिले से आने वाले खडसे के फडणवीस के साथ तनावपूर्ण संबंध है.एक समय था जब फडणवीस मंत्रिमंडल में उन्हें नंबर दो का दर्जा मिला हुआ था लेकिन 2016 में भूमि अधिग्रहण संबंधी आरोपों के चलते राजस्व मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद से उन्हें भगवा पार्टी में काफी हद तक दरकिनार कर दिया गया.खड़से के साथ बीजेपी के संबंधों को लेकर एनसीपी ने भी टिप्पणी की है. जयंत पाटिल ने बुधवार दावा किया था कि कई लोग एनसीपी में शामिल होना चाहते हैं. खड़से पर उन्होंने कहा था, ‘एकनाथ खडसे साहब जिन्होंने दिवंगत गोपीनाथ मुंडे साहेब के साथ मिलकर महाराष्ट्र में बीजेपी का विस्तार करने के लिए कई वर्षों तक काम किया, उन्होंने मुझसे कुछ समय पहले कहा था कि वह पार्टी छोड़ना चाहते हैं.’ उन्होंने दावा कि राज्य के लोगों ने देखा है कि पिछले कुछ सालों से बीजेपी में खडसे के साथ ‘अन्याय’ हो रहा है, इसलिए ही वह पार्टी बदल रहे हैं.एनसीपी में खड़से को क्या भूमिका दी जा सकती है, इस सवाल पर पाटिल ने कहा कि ‘पार्टी इसका निर्णय लेगी…उन्होंने पवार साहब के नेतृत्व में काम करने को लेकर सहमति जताई है.’