प्रियंका गांधी -सरकारी बंगला और पसरा सन्नाटा
नई दिल्ली ( संदीप ठाकुर)। 35 लाेधी एस्टेट पर इन दिनाें सन्नाटा पसरा रहता है। यह सरकारी बंगला कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा काे अलॉट हुआलेकिन अब इसे खाली करने का नाेटिस उन्हें थमा दिया गया । 31 जुलाई तक उन्हें अपना ताम झाम यहां से समेटना है। वैसे भी वे लोधी एस्टेट के इस बंगले में कम ही रहती थीं। यह एक तरह से उनका ऑफिस था और रिहाइश फ्रेंड्स कॉलोनी में था। सो, बंगला खाली करने में उन्हें कोई खास परेशानी नहीं हाेगी। वैसे यह काम उन्हें पहले ही करना चाहिए था। कारण यह कि बंगला उन्हें एसपीजी सुरक्षा के आधार पर आवंटित किया गया था। मालूम हाे कि पिछले साल नवंबर में प्रियंका गांधी सहित पूरे गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली गई थी। तकनीकी ताैर पर उसी समय यह तय हो गया था कि उनको बंगला खाली करना होगा। यदि उन्होंने उसी समय खुद ही आगे आकर बंगला खाली कर दिया होता तो आज नैतिक रूप से वे ज्यादा मजबूत स्थिति में होतीं।
वैसे जब से लोधी एस्टेट का बंगला खाली करने का नोटिस प्रियंका गांधी काे दिया गया है तब से कांग्रेस के कुछ नेता यह प्रचार कर रहे हैं कि माेदी सरकार ने बदले की भावना से यह कार्रवाई की है। लेकिन यह बात सच नहीं है। संसद द्वारा एसपीजी एक्ट में 3 दिसंबर 2019 काे संशाेधन किया गया था। संशाेधित नियमाें के मुताबिक एसपीजी एक्ट के दायरे से गांधी परिवार बाहर हाे गया था। यानी उनसे एसपीजी सुरक्षा सरकार ले वापस ले ली थी और उसकी जगह उन्हें जेड प्लस सुरक्षा दी गई है। एसपीजी सुरक्षा वापस लेते ही उसके साथ जुड़ी तमाम सुविधाएं भी वापस हाे गई थीं जिसमें बंगला भी शामिल था। इसलिए कांग्रेस के इस बात में काेई दम नहीं है कि प्रियंका गांधी काे बंगला खाली करने का नाेटिस दिए जाने की कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से की गई है। कांग्रेस समर्थक यह भी कह रहे हैं कि जब लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनाेहर जाेशी के पास बंगले हैं,जबकि वे न ताे सांसद हैं और न ही मंत्री,ताे फिर प्रियंका गांधी से बंगला खाली करवाने का क्या औचित्य हैं ? सूत्राें ने बताया कि मुरली मनाेहर जाेशी काे रायसीना राेड पर आवंटित बंगले में उनके रहने की अवधि 2022 तक बढ़ा दी गई है। सूत्राें ने बताया कि वैसे भी मुरली मनाेहर जाेशी और प्रियंका गांधी में काेई तुलना ही नहीं है। श्री जाेशी मंत्री रह चुके हैं जबकि प्रियंका गांधी ताे कभी सांसद भी नहीं रही हैं।
मालूम काे कि सरकार ने दाे लाेगाें काे जीवन भर रहने के लिए बंगला आवंटित किया है। एक पूर्व डिप्टी प्राइमीनिस्टर लाल क़ष्ण आडवाणी और दूसरा पूर्व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मनिंदर सिंह बिट्टा। दाेनाें काे यह सुविधा उनकाे मिली जानलेवा घमकियाें के मद्देनजर की गई सुरक्षा के आधार पर मुहैया कराई गई है। लाल क़ष्ण आडवाणी पृथ्वीराज राेड और मनिंदर सिंह बिट्टा तालकटाेरा राेड पर आवंटित भव्य बंगले में रहते हैं। जानकारी के लिए यह बता दूं कि इन बंगलाें का किराया मार्केट रेट के मुताबिक 10 से 12 लाख रुपए प्रति माह है। मालूम हाे कि गत वर्ष एसपीजी एक्ट में जब संशाेधनकिया गया था ताे यह तय हुआ था कि एसपीजी प्राेटेक्शन वर्तमान प्रधानमंत्री और उसके परिवार और पूर्व प्रधानमंत्री और उसके परिवार काे मिलेगा। संशाेधित नियम के मुताबिक गांधी परिवार की सुरक्षा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल तैनात की गई है। सूत्राें ने बताया कि नेताओं और मंत्रियाें काे आवंटित किए जाने वाले बंगले और उन्हें खाली कराने काे लेकर सरकार बेहद सख्त हाे गई है।
(लेखक संदीप ठाकुर वरिष्ठ पत्रकार हैंं।)