भारतीय सेना ने चीन के 43 जवानों को मार गिराया
सोमवार को चीन के साथ हुई झड़प में भारतीय सेना ने चीन के 43 जवानों को मार गिराया। भारत के भी 20 सैनिकों के शहीद होने की खबर है।इससे पहले मंगलवार को दोपहर में एक अफसर और दो जवानों के शहीद होने की जानकारी सामने आई थी लेकिन न्यूज एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि इस झड़प में 20 सैनिक शहीद हुए हैं।इस घटना में चीनी सेना के 43 सैनिक हताहत हुए हैं। इसमें से कुछ की मौत हो गई है और कुछ जख्मी हुए हैं. बता दें कि सोमवार रात को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। ये घटना तब हुई जब सोमवार रात को गलवान घाटी के पास दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद सबकुछ सामान्य होने की स्थिति आगे बढ़ रह थी।इस पूरी घटना पर भारतीय सेना ने बयान जारी किया है. सेना ने कहा कि 15 जून की रात को गलवान घाटी इलाके में हिंसक झड़प हुई थी. इस घटना में 20 सैनिक शहीद हुए हैं।
चीनी भारतीय सीमा के इलाकों में अलर्ट
चीन और भारतीय सेना के बीच हुई तनातनी के चलते हिमाचल प्रदेश से सटी चीनी सीमा के इलाकों में अलर्ट किया गया. अलर्ट के साथ ही हिमाचल पुलिस ने सूबे की सभी खुफिया एजेंसियों को सतर्क किया. राज्य के जिला किन्नौर और लाहौल स्पीति में रह रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एडवायजरी भी जारी की गई. हिमाचल के दो जिलों किन्नौर और लाहौल स्पीति के साथ चीन की सीमा लगती है.इससे पहले इस घटना पर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया था. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत ने हमेशा LAC का सम्मान किया और चीन को भी ऐसा करना चाहिए. मंत्रालय ने कहा कि LAC पर कल जो हुआ उससे बचा जा सकता था. दोनों देशों को नुकसान उठाना पड़ा है.LAC पर हुई इस झड़प के बाद दिल्ली में बैठकों का दौर भी शुरू हो गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के साथ बैठक हुई. वहीं, राजनाथ सिंह ने इस मामले की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी को फोन पर दी. तो वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीएम आवास जाकर प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की.विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि सबकुछ अच्छे से होगा. चीनी पक्ष गलवान वैली में LAC का सम्मान करते हुए पीछे चला गया, लेकिन चीन के द्वारा स्थिति बदलने की एकतरफा कोशिश करने पर 15 जून को एक हिंसक झड़प हो गई. इसमें दोनों पक्षों के लोगों की मौत हुई है, इससे बचा जा सकता था.विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने आगे कहा कि सीमा प्रबंधन को लेकर भारत का जिम्मेदार रवैया है. भारत सारे काम LAC में अपनी सीमा के अंदर ही करता है. चीन से भी ऐसी उम्मीद हम रखते हैं. बयान में कहा गया कि भारत सीमा क्षेत्रों में शांति और बातचीत के माध्यम से मतभेदों का समाधान चाहता है.मंगलवार को दोपहर में भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया कि गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए.इस घटना के बाद चीनी विदेश मंत्रालय का आधिकारिक बयान भी सामने आया. बीजिंग ने उलटे भारत पर घुसपैठ करने का आरोप लगाया. अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, बीजिंग का आरोप है कि भारतीय सैनिकों ने बॉर्डर क्रॉस करके चीनी सैनिकों पर हमला किया था. चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि भारत ऐसी स्थिति में एकतरफा कार्रवाई ना करे.