अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन पर नेपाल में जश्न
महराजगंज। राम की जन्म स्थली अयोध्या में उनके मंदिर का शिलान्यास हो रहा हो और वैदेही (सीता) के देश (नेपाल) में उल्लास न हो यह कैसे हो सकता है। बुधवार को अयोध्या में भूमि पूजन व शिलान्यास के उत्सव में पूरा भारत राममय था तो नेपाल भी आराध्य के भक्ति भाव में डूबा रहा। जनकपुर (भगवान राम की ससुराल) के जानकी मंदिर में अखंड रामायण का पाठ हुआ। महिलाओं ने शोभायात्रा निकाली। रूपनदेही, नवलपरासी से लेकर राजधानी काठमांडू तक लोगों ने पटाखे फोड़ खुशी जताई। पशुपतिनाथ मंदिर में पुजारी मूल भट्ट की अगुआई में अर्जुन प्रसाद बास्तोला आदि ने रुद्राभिषेक कराया। गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी में भी उत्सव का माहौल रहा।
राममय हुआ पूरा नेपाल
विश्व हिंदू परिषद नेपाल के आह्वान पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को तीन चरणों में बांटा गया था। मंदिर का भूमि पूजन होने तक मंदिरों व घरों में श्रीराम स्तुति, दोपहर बाद शोभायात्रा व शाम को दीपोत्सव का आयोजन किया गया। परिषद के महासचिव जितेंद्र कुमार ने बताया कि कार्यकर्ताओं के साथ नेपाल की जनता ने मंदिर निर्माण के शुभारंभ पर खुशी जताई। पहाड़ पर स्थित गोरखा, दोखला, कैलाली, कंचनपुर, रामेछाप आदि में भी शोभायात्रा निकाली गई।कृष्णानगर में जय श्रीराम के नारे गूंजते रहे। रामजानकी व लक्ष्मीनारायण मंदिर में पूजन-अर्चन हुआ। सांसद अभिषेक प्रताप शाह ने कस्बे का भ्रमण कर लोगों से घरों को दीपक से रोशन करने की अपील की। रूपनदेही जिले के भैरहवा स्थित राम-जानकी मंदिर में स्थानीय विधायक संतोष पांडेय ने दीप जलाए।
नेपाल के लोगों ने ओली के बयान की निंदा की
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने एक बार फिर नेपाल में असली अयोध्या होने का दावा करते हुए वहां राम की मूर्ति बनवाने और इसे भगवान राम की जन्मस्थली के रूप में प्रचारित करने का आदेश दिया है। चितवन के स्थानीय अधिकारियों से फोन पर बात करते हुए ओली ने कहा कि सभी सबूत यह साबित करते हैं कि भगवान राम का जन्म नेपाल की अयोध्यापुरी में हुआ था, भारत में नहीं। उन्होंने सबूत जुटाने के लिए खुदाई कराने का भी आदेश दिया है। ओली ने यह दावा ऐसे समय में किया है जब हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया है।नेपाल के प्रमुख अखबार हिमालयन टाइम्स की एक खबर में कहा गया है कि ऐसे समय में जब कोरोना वायरस के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, पीएम केपी शर्मा ओली लोगों को यह विश्वास दिलाने में जुटे हैं कि भगवान राम का जन्मस्थान चितवन के मादी नगर निगम एरिया में स्थिति अयोध्यापुरी है। ओली ने मादी निगर निगर के वार्ड 9 के अध्यक्ष शिवाहरी सुबेदी, मेयर ठाकुर प्रसाद धकल आदि से दो घंटे तक बातचीत की। सुबेदी के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि राम का जन्म नेपाल की अयोध्यापुरी में हुआ, भारत के उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या में नहीं। ओली ने स्थानीय अधिकारियों से अयोध्यापुरी का प्रचार प्रसार करने और ऐतिहासिक साक्ष्यों का संरक्षण करने को कहा। चितवन जिले से नेशनल असेंबली की सदस्य दिल कुमारी रावल के मुताबिक ओली ने अयोध्यापुरी के आसपास के इलाकों को संरक्षित करने का आदेश दिया। रावल के मुताबिक, पीएम ओली ने सबूत जुटाने के लिए अयोध्यापुरी के आसपास खुदाई कराने को कहा। ओली ने कहा कि सरकार अयोध्यपुरी को ऐतिहासिक और धार्मिक स्थान के रूप में विकसित करने के लिए जमीन देगी। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से अयोध्यापुरी इलाके में भगवान राम, लक्ष्मण और सीता की मूर्तियां बनाने को कहा। कुछ दिन पहले भी केपी ओली ने यह दावा करके सभी को चौंका दिया था कि भगवान राम का जन्म नेपाल में हुआ था। खुद उनकी पार्टी के नेताओं और नेपाल के लोगों ने ओली के बयान की निंदा की थी। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के नेता बामदेव गौतम ने बिना किसी सबूत इस तरह के दावे को लेकर पीएम की ओलोचना की थी।